आज से ठीक 5 साल पहले यानी 22 जुलाई 2019 को हुआ था चंद्रयान-2 लॉन्च। आईए जानते हैं इसके बारे में कुछ खास बातें।
By Naya Nazara
चंद्रयान-2 भारत का चांद पर भेजो जाने वाला दूसरा मिशन था। इसके पूर्व चंद्रयान-1 को 22 अक्टूबर 2008 में लॉन्च किया गया था
चंद्रयान-2 भारत का पहला मिशन था जिसके तहत चांद की सतह में सॉफ्ट लैंडिंग करने का प्रयास किया गया था।
चंद्रयान 2 को ISRO के सबसे शक्तिशाली रॉकेट GSLV MK 3 से लॉन्च किया गया था। इसकी क्षमता 4 टन के उपग्रह को पृथ्वी से लगभग 35000 किलोमीटर की दूरी में स्थापित करने की है।
इस मिशन में तीन मुख्य घटक थे। ऑर्बिटर विक्रम लैंडर प्रज्ञान रोवर
इसका उद्देश्य चंद्रमा की सतह का मानचित्र तैयार करना, सात में खनिज और तत्वों की जांच करना है
चंद्रमा के वातावरण का अध्ययन और पानी का बर्फ के रूप में बदल जाने के संकेत को तलाश करना इस मिशन का मुख्य उद्देश्य था
इस मिशन की अवधि इसरो द्वारा 7 साल अनुमानित की गई है।
चूंकि यह मिशन चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंड ना कर पाने के कारण विफल रहा।परंतु इसका एक घटक ऑर्बिटर आज भी चांद की कक्षा में घूम रहा है